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शारीरिक व स्वास्थ्य परीक्षण में शत प्रतिशत, एनसीसी का सी सर्टिफिकेट फिर भी चयन नहीं कैसे संभव है..?

शारीरिक व स्वास्थ्य परीक्षण में शत प्रतिशत, एनसीसी का सी सर्टिफिकेट फिर भी चयन नहीं कैसे संभव है..?


बधाई हो उतराखंड आखिर एक और माँ का लाल चढ़ गया भ्रष्ट सिस्टम की बलि उजड़ गई एक और मां की कोख,
अग्निवीर में चयन न होने से क्षुब्ध कपकोट के एक युवक ने आत्महत्या कर ली।  जानकारी के अनुसार कपकोट थाना अंतर्गत फरसाली मल्ला देश निवासी 21 वर्षीय कमलेश गोस्वामी पुत्र हरीश गिरी गोस्वामी लंबे समय से सेना की तैयारी कर रहा था। विगत माह सरकार द्वारा अग्निवीर के पद निकलने पर उसने अग्निवीर की तैयारी की थी। सोमवार को अग्निवीर का रिजल्ट आने पर उसे सफलता नहीं मिली तो वह काफी क्षुब्ध हो गया। इसके बाद सल्फाश खाकर आत्महत्या कर ली
अपनी योग्यता के बल पर अग्निवीर बनने के सपने संजोये कमलेश ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया में स्टेटस डाले  काफी भावुक करने वाले अलग-अलग स्टेटसों में कमलेश ने कहा है कि उसके पास एनसीसी का सी सर्टिफिकेट होने व अन्य परीक्षाओं में पूर्ण अंक होने के बाद भी असफल घोषित किया है। अब उसके जीवन में कुछ नहीं रहा.. ,
सवाल यह कि यह क्या वाकई यह आत्म हत्या है..?
कम से कम मेरी नजर में तो यह एक हत्या है इस भ्रष्ट सिस्टम ने ली है एक होनहार नौजवान की जान,
कमलेश की आत्महत्या अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई है।
फिजिकल तथा मेडिकल में 100 में से 100 अंक साथ में एनसीसी का सी सर्टिफिकेट फिर भी चयन नहीं यह संभव ही नहीं है...

सबसे पहले यह जान लें आखिर क्या है एनसीसी तथा इसका सी सर्टिफिकेट और क्या ताकत रखता है यह..?

NCC का अर्थ है (National cadet corps) यानि राष्ट्रिय कैडेड कोर। यह भारतीय सेना की तीनों शसस्त्र बलों का एक कैडेड कोर है, जहाँ पर देश के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों थता युनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों को भारतीय शसस्त्र बलों आर्मी, नेवी. व एयरफोर्स से जुड़ने का मौका मिलता है। यह एक स्वैच्छिक संगठन है, जिसमे देश भर से छात्र अपनी इच्छा से भर्ती होते हैं।

NCC का गठन युवाओं को सेना से जुड़ने के लिए प्रेरित करने, उनमे देश भक्ति की भावना जगाने थता युवाओं के सम्पूर्ण विकास के लिए किया गया था।

यहाँ पर छात्रों को एक सैनिक की तरह ही कर्तव्य, अनुशासन, प्रतिबद्धता थता निष्ठा का पाठ पढ़ाया जाता है, साथ ही उन्हें मिलिट्री की बुनियादी ट्रेनिंग भी दी जाती है, ताकि आगे चलकर वे एक सैनिक या नागरिक के रूप में देश के प्रति अपनी असल भूमिका निभा सकें। NCC का आदर्श वाक्य है, एकता और अनुशासन।

एनसीसी में तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद मिलता है सी सर्टिफिकेट

एनसीसी (NCC) में छात्रों को तीन प्रकार के सर्टिफिकेट प्राप्त होते हैं, A, B और C जिसमे से C सर्टिफिकेट NCC में मिलने वाला सबसे उच्चतम सर्टिफिकेट होता है। जब कैडेट एक साल की ट्रेनिंग पूरी कर लेता है, तो उसे A सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, 2 साल की ट्रेनिंग पूरी करने पर कैडेट को B सर्टिफिकेट की प्राप्ति होती है, और अंत में जब कैडेट अपनी 3 साल की ट्रेनिंग अच्छे अंको के साथ पूरी कर लेता है, तो उसे NCC कैडेट को दिया जाने वाला अंतिम सर्टिफिकेट यानि C सर्टिफिकेट  प्राप्त होता है।

जैसे हमने बताया की NCC में जल, थल तथा वायु तीनों सेनाओं द्वारा ट्रेनिंग कराई जाती है, तो इसमें कैडेट को लगभग तीनों सेनाओं की ट्रेनिंग थता उनसे जुड़े नियमों का कुछ अनुभव भी प्राप्त हो जाता है।

एनसीसी (NCC) के सर्वोच्च सी सर्टिफिकेट के फायदे

एनसीसी के  छात्र ना सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से ही मजबूत होते हैं, बल्कि अपने करियर में भी छात्रों को NCC ट्रेनिंग का काफी अच्छा लाभ मिलता है। तो चलिए जानते हैं, NCC C सर्टिफिकेट प्राप्त करने के क्या  फायदे होते हैं।
1. जिनके पास NCC ‘C’ सर्टिफिकेट होता है, उनके लिए Indian Military Academy (IMA) देहरादून में 64 सीटें आरक्षित होती हैं। OTA (Officers Training Academy) चेन्नई  में ‘C’ सर्टिफिकेट धारकों के लिए 100 सीटें आरक्षित की जाती है। और कई अन्य एकेडमी में  भी NCC C सर्टिफिकेट धारकों को  को प्राथमिकता  देती है|

2. NCC C सर्टिफिकेट होल्डर को सेना में अफसर रैंक के लिए एंट्रेंस एग्जाम ( लिखित परीक्षा)  देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, बल्कि वह सीधे तोर पर SSB इंटरव्यू में हिस्सा ले सकता है।

3. सर्टिफिकेट धारकों को (CAPFs) सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज जैसे BSF, CRPF, CISF ,ITBP इत्यादि मे होने वाली भर्ती परीक्षा में भी बोनस अंक दिए जाते हैं।

4. राज्यों में होने वाली पुलिस भर्ती में भी सर्टिफिकेट धारकों को प्राथमिकता दी जाती है।
5. NCC कैडेट्स के लिए देश की सभी यूनिवर्सिटी में 60 इंजीनियरिंग सीट्स, 16 मेडिकल सीट और लगभग 7 प्रतिशत पोस्ट ग्रेजुएशन सीट रखी जाती हैं।

6. सिविल ग्लाइडिंग इंस्ट्रक्टर की भर्ती प्रक्रिया में भी NCC C सर्टिफिकेट होल्डर को प्राथमिकता दी जाती है।
सिक्योरिटी क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में भी C सर्टिफिकेट धारकों को विशेष पद पर नियुक्त किया जाता है।
7. NCC C सर्टिफिकेट कैडेट को गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेना का अवसर मिलता है।
8. सरकार के नए आदेशा अनुसार अब NCC कैडेट को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसमें उन्हें सरकारी नौकरियों में रियायत दी जा रही है, तथा राज्य सरकारें से भी आग्रह किया गया है, की NCC C सर्टिफिकेट होल्डर को राज्य की पुलिस भर्ती में सीधे तोर पर प्राथमिकता दी जाए, ताकि उन्हें प्रोत्साहन मिले।

अब तो आप समझ गए होंगे आखिर क्या पावर है इस एनसीसी  की सी (NCC 'C') सर्टिफिकेट की..

कुछ सुलगते सवाल...?

1. अब आप खुद सोचें कि फिजिकल तथा मेडिकल में शत प्रतिशत लाने के बाद एनसीसी सी सर्टिफिकेट धारकों को आरक्षित सीटें होने पर भी  चयन ना होना कैसे संभव है...? पहला सवाल

2. दुसरा यह कि कई मिडिया रिपोर्ट बता रही हैं कि कमलेश लिखित परीक्षा में फेल हो गया यार जब उसके पास एनसीसी का सी सर्टिफिकेट था तो नियम के अनुसार उसे लिखित परीक्षा तो देनी ही नहीं थी सीधे इंटरव्यू देना था फिर लिखित परीक्षा क्यूँ, और फेल कैसे..?
3. अब अगर उसने लिखित परीक्षा नहीं दी तो तो चयन क्यों नहीं क्योंकि इतने सब में टाॅप में रहने पर इंटरव्यू में फेल होने का सवाल ही पैदा नहीं होता..
4. और अगर कमलेश के बराबर योगय और भी कंडिडेट थे कि यह कहा जाए की आरक्षित सीटें भर गई थी तो यह भी संभव नहीं है क्योंकि कमलेश के पास यह अंतिम मौका था अगली भर्ती तक उसकी उम्र ज्यादा हो जाती तो इस हिसाब से भी नियमानुसार कमलेश को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी, अब यह तो संभव हो ही नहीं सकता कि सभी कंडिडेट एक ही उम्र के थे
तो इस सब से यही साबित होता है कि भ्रष्ट सिस्टम ने ही एक होनहार युवा की जान ली है..
और जो ज्ञान पेल रहे हैं कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था यह, वो, वो सब एकबार कमलेश की जगह खुद को रखकर देखें जिसने पुरी जिंदगी इस सपने के पीछे लगा दी कि एकदिन वह सेना में जाएगा उसके लिए जीतोड मेहनत की अपना शत प्रतिशत दिया,
एकदिन उसे पता चलता है कि अब उसका यह सपना कभी पुरा नही होगा,
इसलिए नही कि उसमें या उसकी मेहनत उसकी काबलियत में कोई कमी रह गई है लेकिन सिर्फ इसलिए क्योंकि उसके पास इन खून  चूसने वाले भ्रष्टाचारी कुत्तों को डालने के लिए हड्डियां नहीं है... 😡😡

कमलेश हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिन्दा है...
आज उस माँ का घर उजडा है कल शायद आपका होगा मेरा होगा..
सोये रहो और बस सिस्टम को कोसते रहो,...
अबे जाग जाओ यार बदल दो इस सिस्टम को..
जय हिंद जय उतराखंड
प्रदीप भारतीय🇮🇳👳

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