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अग्निवीर भर्ती के लिए अमित बनकर पहुंचा था ताहिर खान, गहन जांच में जुटी सर्तक जांच एजेंसियां,

अग्निवीर भर्ती के लिए अमित बनकर पहुंचा था ताहिर खान, गहन जांच में जुटी सर्तक जांच एजेंसियां, 

 हल्द्वानी : ज्ञात हो कि बीते दिनों उतराखंड में चल रही अग्निवीर भर्ती में  उत्तर प्रदेश के ताहिर खान द्वारा हल्द्वानी का अमित बनकर भर्ती होने की कोशिश का संगीन मामला प्रकाश में आया है जिस पर पुलिस ने अग्निवीर भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोपित ताहिर खान समेत सीएससी सेंटर संचालक पर प्राथमिकता दर्ज की है जहाँ से 15 अगस्त को अपणि सरकार पोर्टल के माध्यम से आरोपित ने कूटरचित तरीके से दस्तावेज तैयार किए थे।

राजस्व उपनिरीक्षक दीपक टम्टा ने पुलिस को बताया कि बुलंदशहर निवासी ताहिर खान ने 15 अगस्त को अपणि सरकार पोर्टल से आनलाइन आवेदन किया था, जिसमें ताहिर ने राशन कार्ड, विद्युत बिल व आधार कार्ड को संलग्न किया था। इसी के आधार पर प्रमाणपत्र जारी हुए।

नासिर ने भी हेराफेरी में साथ दिया
गड़बड़ी सामने आने पर प्रमाणपत्रों जांच की गई। तब पता चला कि संलग्न दस्तावेज अमित नाम से कूटरचित कर अपलोड किए गए हैं। इसमें सीएससी संचालक नासिर ने भी हेराफेरी में साथ दिया। आनलाइन जांच में जो दस्तावेज अपलोड कराए गए थे उन्हीं के आधार पर प्रमाण पत्र जारी किए गए।

बनभूलपुरा थानाध्यक्ष के अनुसार शनि बाजार रोड निवासी आरोपित सीएससी संचालक नासिर अली व बुलंदशहर के अलीपुरा, थाना सिकंदराबाद, कोकड़ निवासी ताहिर खान के विरुद्ध कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, छल करने की धाराओं में प्राथमिकी की है।

प्रमाण पत्र जारी करने की ये है व्यवस्था
राजस्व उपनिरीक्षक का उनका कहना है कि वर्तमान में आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया हैं। जिसमें विभिन्न प्रमाण पत्रों के लिए आवेदन तहसील या जन सेवा केंद्र के माध्यम से आनलाइन ही किए जाते हैं और आवेदक अपने मूल दस्तावेज जनसेवा केंद्र में प्रस्तुत कर अपलोड करता है।

प्रत्येक राजस्व उप निरीक्षक की आइडी जो आनलाइन अभिलेख होते हैं उसी के आधार पर नियमानुसार प्रमाणपत्र जारी होते है। पूर्व में यह व्यवस्था थी कि आवेदक अपने मूल अभिलेख कार्यालय में उपस्थित होकर प्रस्तुत करता था। जिसके आधार पर भौतिक सत्यापन कर प्रमाण पत्र जारी किए जाते थे।

वर्तमान में जनसेवा केंद्र में अपने मूल अभिलेख प्रस्तुत कर आवेदन करता हैं। जिसमें जनसेवा केंद्र के संचालक मूल दस्तावेजों की जांच करते हैं। दस्तावेज सही पाए जाने के पर संचालक आश्वस्त होकर आनलाइन की प्रक्रिया करता है।

पटवारी का तर्क
दोबारा जांच में पता चला कि आनलाइन आवेदन करने में गड़बड़ी हुई है। जहां पर दस्तावेज स्कैन थे या कूटरचित स्कैन किए गए थे। सीएससी स्तर से त्रुटि है। उनके स्तर से जो संलग्न अभिलेख थे उसी आधार पर रिपोर्ट लगाई गई। क्योंकि नियमानुसार आनलाइन प्राप्त आवेदन प्रमाणपत्रों की जांच के बाद ही प्रमाणपत्र जारी करने की व्यवस्था है।

भारतीय सेना कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर (केआरसी) मुख्यालय में अग्निवीर सैनिक भर्ती में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवक के पकड़े जाने से मिलिट्री व पुलिस इंटेलिजेंस सतर्क हैं।

अब इंटेलिजेंस इस बात की तस्दीक में जुट गई है कि कहीं फर्जी प्रमाण पत्रों से संदिग्ध युवा सेना का अंग न बन जाएं और भविष्य में देश की सुरक्षा के लिए खतरा बने।

साथ ही यह पता लगाने की कोशिश जारी है कि इसके पीछे देश विरोधी संगठनों का हाथ तो नहीं है, जो युवाओं के कंधों पर बंदूक रखकर देश की सुरक्षा को भेदने की साजिश रच रहे हों।

रानीखेत में अग्निवीर भर्ती में पकड़ा गया ताहिर खान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीपुरा बुलंदशहर का है। ताहिर खान ने अग्निवीर बनने के लिए फर्जी प्रमाण पत्रों में अपना नाम अमित और निवासी हल्द्वानी दर्ज कराया था।

हैरानी की बात यह है कि ताहिर को हल्द्वानी में आकर फर्जी दस्तावेज बनाने में मात्र चार दिन लगे। उसने कामन सर्विस सेंटर से लेकर पटवारी व तहसील के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर आर्मी में जाने का रास्ता ढूंढ लिया था।

गनीमत रही कि वह मिलिट्री व इंटेलिजेंस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस इंटेलिजेंस सूत्रों के अनुसार ताहिर ने बताया है कि उसके कई अन्य साथियों ने भी फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाए हैं, जो अग्निवीर भर्ती में शामिल होने के लिए आए हैं।

मुस्लिम बाहुल्य बुलंदशहर में देश विरोधी गतिविधियों में पहले भी कई लोग पकड़े जा चुके है। इसलिए मिलिट्री व पुलिस इंटेलिजेंस इस मामले को हल्के में नहीं ले रही है। ताहिर से मिली जानकारी के अनुसार अन्य फर्जीवाड़ा करने वालों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।

राशन कार्ड वाला भी इंटेलिजेंस की राडार पर
ताहिर खान को राशन कार्ड व बिजली का बिल देने वाला शख्स भी पुलिस इंटेलिजेंस की जांच के दायरे में आ चुका है। बुधवार को इंटेलिजेंस टीम ने बनभूलपुरा क्षेत्र में जाकर तस्दीक की। पता लगाया कि आरोपित ताहिर किस घर में ठहरा था। राशन कार्ड वाले परिवार से उसके क्या संबंध है।

पुलिस इंटेलिजेंस को अलर्ट किया गया
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि देश की सुरक्षा के खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस इंटेलिजेंस को अलर्ट किया गया है। ताहिर के अलावा शहर में फर्जी दस्तावेज बनाने वालों की तस्दीक करने के निर्देश दिए हैं।

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