भारत बंद : उत्तराखंड के सभी बडे शहरों में बंद को मिला समर्थन, जगह-जगह किसानों का प्रदर्शन
देहरादून :कृषि कानून के खिलाफ किसानों के भारत बंद काे लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। किसान जहां भारत बंद को सफल बनाने में जुटे हुए हैं तो दूसरी पुलिस भी सख्त है। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में भारत बंद को व्यापारियों का पूर्ण समर्थन मिला है। उत्तराखंड के रुद्रपुर, नानकमत्त्ता, खटीमा, काशीपुर, रुड़की, देहरादून सहित अन्य शहरों में सभी छोटी-बड़ी दुकानें व्यापारियों ने स्वयं ही बंद रखीं।
प्रशासन की ओर से बंद के दौरान किसी भी तरह की अराजकता को बदर्शत नहीं करने की सख्त हिदायत भी दी गई है। कहा कि भारत बंद को सफल बनाने के लिए सभी किसान एकसाथ हैं। काशीपुर में भारत बंद को लेकर जगह-जगह चक्का जाम जारी है। वहीं दूसरी ओर, डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जिला प्रभारियों को 27 सितंबर को प्रस्तावित भारत बंद को लेकर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।
डीजीपी ने सभी जनपद प्रभारी लोगों से सम्पर्क बंद को शांतिपूर्वक रखने की अपील करें। यदि कोई बंद के दौरान जबरदस्ती करे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही सभी जिलाधिकारी के साथ मिलकर, सेक्टर मजिस्ट्रिेट भी नियुक्त करवा लें। डीजीपी ने सोशल मीडिया पर अफवाह उठाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
खटीमा में भारत बंदी को मिला व्यापारियों का पूर्ण समर्थन
खटीमा । कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में भारत बंद को व्यापारियों का पूर्ण समर्थन मिला। सभी छोटी-बड़ी दुकानें व्यापारियों ने स्वयं ही बंद रखीं। इस दौरान किसानों ने मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के विरुद्ध अपना आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है जो केवल अपने पूंजीपती मित्रों के खातिर किसानों की अनदेखी कर रही है।
जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अब तक 700 से अधिक किसान दिल्ली व गाजीपुर बॉर्डर पर शहीद हो चुके है। 700 किसानों की हत्यारी है भाजपा सरकार।वक्ताओं ने कहा सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है।। उन्होंने चेतावनी दी कि किसान आगामी चुनाव में वोट की चोट से सरकार को जवाब देंगे। इस दौरान जगह जगह नुक्कड़ सभा भी हुई।
भारत बंद को व्यापारियों समेत कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने भी अपना पूर्ण समर्थन दिया। इस मौके पर गुरुसेवक सिंह , भुवन कापड़ी, रमेश राणा, बॉबी राठौर, प्रकाश तिवारी, जनक सिंह, लक्खा सिंह ,जसविंदर सिंह पप्पू, हरप्रीत सिंह, बलदेव सिंह , इंदर सिंह , प्रितपाल सिंह , लाल सिंह, संतोष गौरव , मोहम्मद अरशद, मोहम्मद ताहिर , अराफात अंसारी, नासिर खान, रबीश भटनागर आदि मौजूद थे।
बाजपुर में पूरी तरह से बंद रहा बाजार, किसानों ने बंद की दोराहा यूपी सीमा,
बाजपुर। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में 27 सितंबर सोमवार को भारत बंद का ऐलान बाजपुर में पूरी तरह से सफल रहा। दोराहा यूंपी बॉर्डर पर सुबह से किसानों के जत्थे जमा हो गये तथा किसी को भी बॉर्डर से अंदर आने और बाहर जाने नहीं दिया गया। लेकिन किसानों ने मानवता दिखाते हुए मेडिकल एवं अति आवश्यकता वाली वस्तुओं वाले वाहनों को नहीं रोका।
बॉर्डर पर दोराहा पुलिस के साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल जमा था लेकिन किसान शांतिपूर्वक अपना आंदोलन करते रहे। उसके बाद जनकवि बल्ली सिंह चीमा के नेतृत्व में भाकियू एकता उग्राहां से जुड़े किसानों ने दोराहा सड़क पर जाम लगा दिया जिससे दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। वहीं भगत सिंह चौक पर भाकियू के बैनर तले संयुक्त सभा का आयोजन किया गया यहां किसानों के साथ ही कांग्रेस, सपा, आप आदि विपक्षी दलों ने इस बंद को समर्थन देते हुए भाजपा केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर तंज कसे।
भगत सिंह चौक पर भी किसानों ने वाहनों को आढ़ा तिरछा खड़ा कर जाम लगा दिया। यहां भी पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा की अगुवाई में भारी पुलिस बल जमा रहा लेकिन किसानों को शांतिपूर्वक आंदोलन जारी रहा। बाजपुर के व्यापारियों ने भी इस अभूतपूर्व बंद में अपना सहयोग करते हुए अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। इक्का दुक्का व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले थे जिन्हें किसानों ने बंद करा दिया।
रुद्रपुर में सोमवार को बाजार पूरी तरीके से बंद रहेगा। व्यापरियों ने भी पूरा समर्थन दिया है। वहीं गल्ला मंडी में आयोजित किसानों की बैठक में पूर्ण बाजार बंद का निर्णय लिया है। किसान नेताओं ने कहा कि अगर कल कोई दुकान खुली होगी तो किसान उस दुकानदार से कभी सामान आदि नहीं खरीदेंगे। इसके अलावा अगर किसी दुकान में किसान सामान खरीददारी करता हुआ दिखेगा तो किसान व दुकानदार का फोटो खींचकर वायरल करेंगे और विरोध करेंगे।
भारत बंद के लिए दुकानदारों से जनसंपर्क किया
मंगलौर। तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन चला रहे संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आज 27 सितंबर भारत बंद का आह्वान किया गया है। इसके लिए भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने नगर के बाजार में पहुंचकर दुकानदारों से बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन मांगा तथा जनसंपर्क कर किसानों का साथ दिए जाने की अपील की।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों का किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इसके लिए लगातार आंदोलन भी चल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा घोषणा की गई थी कि 27 मार्च को भारत बंद कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। रविवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव चौधरी रवि कुमार के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने नगर के बाजार में पहुंचकर दुकानदारों से संपर्क किया तथा उनसे 27 सितंबर सोमवार को अपने प्रतिष्ठान संपूर्ण रूप से बंद रखने की अपील की।
किसान नेता चौधरी रवि कुमार ने कहा कि यह लड़ाई केवल किसान की नहीं है बल्कि हर आम आदमी की लड़ाई है। इस लड़ाई में केवल किसान का हित नहीं है बल्कि देश में रहने वाले प्रत्येक नागरिक का हित है। उनका कहना था कि यदि इन कानूनों को सरकार वापस नहीं लेती तो आने वाला समय बहुत ही भयावह होगा जिसमें आम आदमी के साथ-साथ दुकानदार भी प्रभावित होंगे। इस अवसर पर रमेश प्रधान, जावेद अली, धर्मेंद्र चौधरी, देवेंद्र, महेंद्र पाल, सहेंद्र पाल, लाला, ऋषि पाल, अंकित, सनावर, गुलजार, सुमित, राजीव, रमेश कुमार आदि भाकियू कार्यकर्ता मौजूद रहे।
किसानों ने रैली निकाल जताया गुस्सा,पुलिस से नोंकझोंक
हरिद्वार। किसान मोर्चा के आह्वान पर हरिद्वार के विभिन्न इलाकों में रैली निकालने निकले किसानों को पुलिस ने ग्राम एक्कड़ के पास बैरिकेडिंग कर रोक दिया। इससे नाराज होकर किसान बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। किसानों ने जमकर नारेबाजी कर विरोध किया। पुलिस से आगे जाने देने की मांग पर अड़ गए। इस बीच पुलिस से नोंकझोंक भी हुई।
करीब एक घंटे बाद वरिष्ठ किसान नेताओं को एसओ पथरी अपनी गाड़ी में बैठाकर आगे चले और किसानों का काफिला पीछे चलता रहा। ग्राम जट बहादरपुर के पास पहुंचने के बाद किसानों को वापस लौटने के लिए पुलिस ने बीच रास्ते में छोड़ दिया। जिसके बाद किसान एकत्र होकर पथरी थाने पहुंच गए और अपनी गिरफ्तारी की मांग करते हुए यहां धरने पर बैठ गए।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री व वरिष्ठ किसान नेता सुबा सिंह ढिल्लो ने कहा कि सभी किसान शांतिपूर्वक तरीके से रैली निकाल रहे थे। हमारा कोई भी दुकान या संस्थान बंद कराने का कोई उद्देश्य नहीं है। केवल अपनी जायज मांग को लेकर रैली निकाल रहे थे। पर पुलिस जानबूझकर किसानों को उनकी आवाज उठाने से रोक रही है। जिससे किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हल्द्वानी में किसानों ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन
नैनीताल। जिले में भारत बंद का आंशिक असर रहा। बंद के दौरान हल्द्वानी में किसानों ने संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों ने हथ में रोटी लेकर लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की। सभा में केन्द्र सरकार से कृषि कानून को वापस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। कांग्रेस ने जिले के सभी आठ ब्लाकों में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। हल्द्वानी बंद के सुबह के वक्त कई क्षेत्रों में दुकानें बंद रही, लेकिन किसानों की रैली जाने के बाद दुकान नें खुल गई। नैनीताल में बंद का कोई असर नहीं देखा गया। रामनगर शहर की अधिकांश दुकानें खुली रही। जबकि गांव में भारत बंद का असर दिखा। रामनगर शहर में 10 बजे के बाद परचून, कपड़े व सब्जियों की दुकानें खुली। पीरूमदारा में पूरी तरह से बाजार बंद रहा।
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