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फिर तीन जिंदगियां निगल गई जंगली मशरूम, दादा दादी, पोती की मौत,भाईयों की कलाइयाँ रह गई सूनी

फिर तीन जिंदगियां निगल गई जंगली मशरूम, दादा दादी, पोती की मौत,भाईयों की कलाइयाँ रह गई सूनी
टिहरी (प्रतापनगर) : अभी विकास खंड प्रतापनगर के ही ग्रामसभा खोलगढ में जंगली मशरूम खाने से हुई पिता पुत्री की मौत का गम खत्म भी नहीं हुआ था कि इसी विकास खंड के गाँव शुक्री से फिर ऐसी ही दुखद घटना की खबर आ रही है मिल रही जानकारी के अनुसार एकबार फिर जंगली मशरूम खाने से शुक्री गांव के एक ही परिवार के तीन लोगों ने एम्स ऋषिकेश में दम तोड़ दिया। जिनमें बुजुर्ग दादा, दादी और उनकी 11 वर्षीय मासूम पोती शामिल हैं, घटना के बाद शुक्री गांव तथा आसपास के क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार विकास खंड प्रतापनगर के अंतर्गत ओण पट्टी के शुक्री गांव निवासी सुंदरलाल सेमवाल (62) उनकी पत्नी विमला देवी (60) और पोती सलोनी उर्फ किरन (11) ने 14 अगस्त रात को जंगलीे मशरूम की सब्जी खाई थी, रात को ही तीनों लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। 15 अगस्त की सुबह को उन्होंने एक निजी डॉक्टर से दवा ली, लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ। इस पर गांव के लोगों ने तीनों को 16 अगस्त को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया।
इलाज के दौरान  सलोनी ने 19 अगस्त की रात को ही दम तोड़ दिया जबकि उसके दादा सुंदर लाल सेमवाल तथा दादी विमला देवी ने शुक्रवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई, 
ज्ञात हो कि सुंदर लाल सेमवाल का बेटा सुरेश पंजाब में एक होटल में नौकरी करता है। खबर मिलते ही वह शुक्रवार रात ऋषिकेश पहुंच गया था। शनिवार को तीनों का ऋषिकेश स्थित पूर्णानंद घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। 
ज्ञात हो कि हाल ही में प्रतापनगर क्षेत्र में जंगली मशरूम खाने से मौत की यह दूसरी घटना है। इससे पहले खोलगढ़ गांव में पिता और पुत्री की मौत हो गई थी। 

दो भाईयों की एकलौती बहन थी सलोनी और कल रक्षा बंधन है 

11 साल की मासूम सलोनी दो भाइयों की इकलौती बहन थी। दोनों भाई और अन्य सभी सलोनी को बहुत प्यार करते थे। तीनों को रक्षाबंधन के त्योहार का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन, भाइयों की कलाई पर प्यार की डोर बांधने से पहले ही सलोनी यह दुनिया छोड़कर चली गई, 
 
सभी से अनुरोध है कि ऐसी लापरवाही से बचें

आपको जान लेना बहुत जरूरी है बारिश के मौसम में जंगलों में उगने वाली मशरूम की ज्यादातर  प्रजातियां जहरीली होती हैं। जिनको जान पाना बहुत मुश्किल है इन्हें खाने से फूड पाइजनिंग होती है। यही नहीं जंगली मशरूम में अमीनो टोक्सिन मौजूद होते हैं। यह
किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए समझदार बने और इन्हें खाने से बचें, आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपका घर उजाड सकती है
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