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उत्तराखंड : दो अगस्त से खुलेंगे कक्षा छह से 12वीं तक के स्कूल, आज जारी हो सकती है एसओपी


उत्तराखंड : दो अगस्त से खुलेंगे कक्षा छह से 12वीं तक के स्कूल, आज जारी हो सकती है एसओपी
 देहरादून  :कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने एक अगस्त से कक्षा छह से 12 तक के सभी स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है।

उत्तराखंड में आगामी दो अगस्त के कक्षा छह से 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। इस संबंध में आज शुक्रवार काे एसओपी जारी हो सकती है। शासन द्वारा शुक्रवार को एसओपी जारी करने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।

कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने एक अगस्त से कक्षा छह से 12 तक के सभी स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है। 

एक अगस्त को रविवार होने के कारण स्कूल दो अगस्त से खुलेंगे। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूल शत प्रतिशत क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे।

राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर मुहर लगी थी। बता दें कि कक्षा छह से आठ तक के स्कूल कोरोनाकाल में मार्च 2020 से बंद हैं। 
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अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में दो पाली में चलेगी कक्षाएं
इस संबंध में उत्तराखंड शिक्षा सचिव राधिका झा ने निर्देश दिए कि स्कूल खुलने से पहले स्वच्छता, पेयजल, शौचालय और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों की होगी।

मैदानी जिलों में अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में दो पाली में कक्षाएं संचालित की जाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों के पढ़ाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए रोड मैप तैयार किया जाए। 

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल खुलने पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। अध्यापकों, भोजन माताओं व अन्य कर्मचारियों का वैक्सीनेशन कराया जाए।

सचिव ने कहा कि ऑफलाइन शिक्षण के साथ ही ऑनलाइन शिक्षण की सुविधा छात्रों को प्रदान की जाए। अनुपस्थित छात्र-छात्त्राओं को ऑनलाइन शिक्षा दी जाए। प्रत्येक स्कूल में बच्चों के लर्निंग आउटकम को कक्षावार व विषयवार प्रदर्शित किया जाए। इसकी जानकारी अभिभावकों को भी दी जाए।

सभी स्कूलों में विद्यालय प्रबंधन समिति और अध्यापक अभिभावक एसोसिएशन की बैठक प्रत्येक महीने के अंतिम शनिवार को आयोजित की जाए।

 अभिभावकों की अनुमति जरूरी

 छात्र अभिभावकों की अनुमति के बाद ही स्कूल आ सकेंगे। सरकार ने तय किया है कि अभिभावक की सहमति के बिना छात्रों को स्कूल आने की इजाजत नहीं होगी। शिक्षा सचिव राधिका झा ने बताया कि स्कूलों को खोलना जरूरी है, लेकिन छात्र और शिक्षकों का जीवन भी जरूरी है। इसके लिए स्कूल के संचालन, छात्रों की सुरक्षा को लेकर सामूहिक विचार-विमर्श के बाद ही एसओपी तय की जाएगी। स्कूल खोलने को लेकर शुक्रवार को दून के प्रमुख निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य, अभिभावक प्रतिनिधियों को स्कूल खोलने की एसओपी पर चर्चा के लिए आंमत्रित किया है।

ऑनलाइन पढ़ाई भी रहेगी जारी:
शिक्षा सचिव ने कहा कि स्कूलों के खुलने के बाद भी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। व्यवस्था की जा रही है कि स्कूल न आने वाले छात्र मोबाइल, लैपटॉप से कक्षा से जुड़ें। शिक्षक वाट्सअप ग्रुप तैयार कर छात्रों को कक्षा से जोड़ सकते हैं। जहां ऑनलाइन सुविधा नहीं है, वहां वाट्सअप और वर्कशीट से पढ़ाई जारी रखी जाएगी। साथ ही मासिक परीक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है।  


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