कुंभ मेला : हरिद्वार आने वालों के लिए गाइडलाइन्स जारी, मकर संक्रांति स्नान पर जरूरी नही कोरोना रिपोर्ट
देहरादून :शहर में मकर संक्रांति के स्नान को लेकर पुलिस-प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। इस दिन बॉर्डर पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी। किसी को भी जबरन रोका नहीं जाएगा। यात्रियों से प्रशासन की यही अपेक्षा है कि वे कोरोना जांच रिपोर्ट साथ लेकर आएं। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने बॉर्डर पर रैंडम जांच के इंतजाम भी कर लिए हैं। थर्मल स्क्रीनिंग में यदि कोई संदिग्ध पाया जाता है तो रैंडम कोरोना जांच की जाएगी।
गुरुवार को कुंभ का पहला पर्व स्नान होगा। इसलिए जिला प्रशासन ने हरिद्वार आने वाले लोगों के लिए एसओपी जारी की है। श्रद्धालुओं से केवल यह अपील की गई है कि वे पांच दिन के अंदर कराए गए आरटी-पीसीआर परीक्षण की रिपोर्ट लेकर आएं। हालांकि, रिपोर्ट नहीं लाने वाले लोगों को भी हरिद्वार में प्रवेश करने दिया जाएगा। लेकिन, बॉर्डर पर थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी होगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नारसन, भगवानपुर, काली नदी, चिड़ियापुर और सप्तऋषि समेत कई सीमाओं पर स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
स्क्रीनिंग बिना होटल में कमरा नहीं
डीएम सी. रविशंकर ने बाजार और गंगा घाटों पर लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की है। साथ ही प्रशासन ने होटल, धर्मशाला, लॉज संचालकों से बिना स्क्रीनिंग किसी को कमरा न देने के आदेश दे दिए हैं। उधर, एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने हरिद्वार की सीमाओं पर अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। उन्होंने बताया कि प्रशासन के आदेशों का पालन कराया जाएगा।
दिल्ली से हरिद्वार आने वाले वाहन लक्सर से आएंगे
हरिद्वार। गुरुवार को होने वाले मकर संक्रांति स्नान को लेकर मेला पुलिस ने ट्रैफिक प्लान जारी कर दिया है। दिल्ली से आने वाले वाहनों को मंगलौर से डायवर्ट कर लंढौरा, लक्सर होते हुए हरिद्वार कनखल लाया जाएगा। सहारनपुर से आने वाले वाहनों को भगवानपुर, झबरेड़ा, पुहाना, मंगलौर से डायवर्ट कर लक्सर से जगतीतपुर भेजा जाएगा। बैरागी कैंप में बनाई गई पार्किंग में इन वाहनों को खड़ा कराया जाएगा। हाईवे पर दबाव कम होने पर रोडवेज की बसों को सीधा ऋषिकुल तक आने दिया जाएगा।
बुधवार दोपहर से इस प्लान को लागू कर दिया जाएगा और स्नान की समाप्ति तक प्लान लागू रहेगा। बुधवार से ही भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी जाएगी। आवश्यक सेवाएं जैसे- दूध, तेल, गैस आदि के ट्रक-टैंकर पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। आईजी मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से आने वाले वाहनों को मंगलौर बस अड्डे से डायवर्ट कर लंढौरा लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डायवर्जन से दक्षद्वीप होते हुए बैरागी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
इन वाहनों की वापसी श्रीयंत्र टापू पुल से बूढी माता तिराहे से सिंहद्वार चौक से रुड़की हाईवे से की जाएगी। कोशिश रहेगी कि शहर के अंदर वाहन प्रवेश न कर सकें, जबकि हल्के वाहनों को बैरागी कैंप से होते हुए चमगादड़टापू मैदान पर पार्क कराया जाएगा। इस पार्किग स्थल के भर जाने पर इस मार्ग से आने वाले वाहन पंडित दीन दयाल उपाध्याय पार्किंग में पार्क किये जाएंगे। नजीबाबाद की ओर से आने वाले वाहनों को (विभिन्न राज्यों की रोडवेज बसों को छोड़कर) जिन्हें हरिद्वार रुकना है, वे नीलधारा में बने पार्किग स्थल पर पार्क किए जाएंगे।
इस पार्किग के भर जाने पर इन वाहनों को गौरी शंकर पार्किग स्थल पर पार्क कराया जाएगा। जीएमओयू एवं टीजीएमओयू की बसें नीलधारा में इनके लिए बने बस अडडे से ही संचालित होंगी। जबकि विभिन्न राज्य परिवहन की बसें चंडीघाट पुल पार कर दिल्ली बाईपास होते हुये ऋषिकुल नया पुल पार कर रोडवेज व अंतरराज्यीय बस अडडे पर पार्क होंगी। इन वाहनों की वापसी ऋषिकुल नया पुल से बाएं मुड़कर इसी मार्ग से होंगी। इस मार्ग से आने वाले समस्त छोटे वाहन चमगादड टापू पार्किंग पर पार्क कराए जांएगे। देहरादून, ऋषिकेश की ओर से आने छोटे चारपहिया वाहन मोतीचूर, पावन धाम स्थित पार्किंग एवं चमगादड़ टापू में पार्क किये जाएंगे। इनको भूपतवाला से आगे नहीं आने दिया जाएगा। जबकि विभिन्न राज्य परिवहन की बसों को रोडवेज बस अड्डे में पार्क करायी जाएंगी।
ज्यादा भीड़ बढ़ने पर यह होगी व्यवस्था
अधिक भीड़ होने पर सहारनपुर से आने वाले वाहनों को रुड़की, धनौरी, पथरी रोह पुल से सलेमपुर (पथरी पावर हाउस) होते हुए सिड़कुल चौराहे से होते हुए हिन्दुस्तान लीवर के पास बने चौराहे से चिन्मय डिग्री कालेज, शिवालिक नगर चौक होते हुए मध्य मार्ग से धीरवाली पार्किंग स्थल पर पार्क किया जायेगा। हरिद्वार में वाहनों का दबाव अधिक होने की स्थिति में दिल्ली की तरफ से देहरादून जाने वाले वाहनों को रुड़की से ही भगवानपुर, छुटमलपुर से दून की तरफ भेजा जाएगा।
ऋषिकेश की तरफ से दिल्ली जाने वाले वाहनों को चीला मार्ग से नजीबाबाद रोड से मंडावली, मंडावर, मुजफ्फरनगर होते हुए दिल्ली भेजा जाएगा। इसी प्रकार देहरादून से मुरादाबाद की दिशा में जाने वाले वाहनों को नेपाली तिराहा से डायवर्ट कर श्यामपुर बीरभद्र बैराज चीला मार्ग से होकर नजीबाबाद भेजा जाएगा। मुरादाबाद से देहरादून आने वाले वाहनों को चंडीघाट पुल से डायवर्ट करके चीला मार्ग से होकर बीरभद्र से श्यामपुर, नेपाली तिराहा से भेजा जाएगा।
स्नान से पहले हरकी पैड़ी पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
मकर संक्रांति स्नान से पूर्व मेला पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने हरकी पैड़ी की सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली है। मंगलवार से पैरामिलिट्री फोर्स को हरकी पैड़ी पर तैनात कर दिया गया है। पहले स्नान को लेकर पैरामिलिट्री फोर्स की 5 कंपनियां हरिद्वार पहले ही पहुंच चुकी थीं। सोमवार शाम को पैरामिलिट्री फोर्स को निर्देशित करने के बाद मंगलवार शाम को पैरामिलिट्री फोर्स के हाथों सुरक्षा की कमान सौंप दी है। अभी एक कंपनी को हरकी पैड़ी पर लगाया गया है। मंगलवार शाम को गंगा आरती से पहले पैरामिलिट्री के जवान हरकी पैड़ी पर दिखाई दिए। वॉच टॉवर पर पैरामिलिट्री के जवान तैनात रहेंगे। बुधवार को होने वाली ब्रीफिंग के बाद मेला पुलिस के अफसर और पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी संभाल लेंगे।
दस जगहों पर रैंडम जांच की व्यवस्था
हरिद्वार। हरिद्वार के स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 10 प्रवेश द्वारों पर कोरोना की रैंडम टेस्टिंग की व्यवस्था की है। स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु यदि थर्मल स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए जाते हैं तो रेपिड एंटीजेंट टेस्ट किया जाएगा। यदि इस टेस्ट में कोई पॉजिटिव आता है तो तत्काल उसका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा। इसके पॉजिटिव आने पर उसके साथ के सभी लोगों का न केलल टेस्ट होगा बल्कि उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा।
रैंडम जांच की व्यवस्था के लिए प्रत्येक प्वाइंट पर तीन शिफ्ट में 9 स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती होगी। एसीएमओ डॉ एचडी शाक्य ने बताया कि स्नान को लेकर हमारी तैयारी पूरी है। जिले के साथ मेले से भी आधा दर्जन चिकित्सक उपलब्ध हो गए हैं। जिले में मरीजों के लिए बेड की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गयी है।
निजी अस्पताल अलर्ट पर
सरकारी स्वास्थ्य महकमे के साथ जिले के तमाम निजी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग जरूरत पड़ने पर किसी भी अस्पताल में मरीजों को भेज सकता है।
डॉक्टरों के अवकाश रद्द
मकर संक्रांति स्नान को देखते हुए प्रशासन ने सभी सरकारी चिकित्सकों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है। किसी की भी छुट्टी स्वीकार नहीं की गई है और जिन्होंने अवकाश मांगा भी था उनका अवकाश रद्द कर दिया गया है।
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