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नए नियमों के तहत कश्मीर के निवासी बने ज्वेलर की आतंकियों ने की हत्या, भय पैदा करने की कोशिश..


नए नियमों के तहत कश्मीर के निवासी बने ज्वेलर की आतंकियों ने की हत्या, भय पैदा करने की कोशिश.. 
जम्मू-कश्मीर  में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद भूमि कानून में आए बदलाव के बाद सबसे पहले निवास प्रमाण पत्र लेने वाले पहले सतपाल निश्चिल  आतंकी हमले का शिकार हो गए. 65 वर्षीय पंजाबी ज्वेलर सतपाल निश्चल की हत्या से व्यापारी समुदाय सकते में है. निश्चल कश्मीर में निवास प्रमाण पत्र लेने वाले पहले व्यक्ति थे. पड़ोसियों ने बताया कि निश्चल सरायबाला में 17 साल तक बतौर किराएदार रहे. लेकिन निश्चल ने अपनी मेहनत के बल पर खूब तरक्की की और श्रीनगर के पॉश इलाके इंदिरानगर में अपना शानदार घर बनाया. वे यहां पिछले 25 सालों से रह रहे थे.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नया भूमि कानून बनने के बाद निश्चल और उनके परिवार को हाल ही में डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी हुआ था. निश्चल ने नया भूमि कानून बनने के बाद अपने लिए और अपने परिवार के लिए डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाने का फैसला किया था.

हत्या के जरिए संदेश देने की कोशिश
सूत्रों की मानें तो डोमिसाइल सर्टिफिकेट ही हत्या का कारण बना. दरअसल आतंकियों ने इस हत्या के जरिए यह संकेत देने की कोशिश की कि कश्मीर से बाहर के लोग अगर यहां निवास प्रमाण पत्र लेने की सोचेंगें तो उनका यही हश्र होगा. दरअसल, आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर में रह रहे बाहरी लोगों को प्रॉपर्टी खरीदने और निवास प्रमाण पत्र लेने का कानूनी हक मिल गया था. इसका कश्मीर में जमकर विरोध भी किया गया था.
पुलिस कर रही है छानबीन


पुलिस सूत्रों के मुताबिक निश्चल की हत्या आतंकी हमले में हुई है. इस मामले की पुलिस गहराई से छानबीन कर रही है. हालांकि परिवार और करीबी मित्रों ने इस मामले में कुछ भी बोलने से मना कर दिया है लेकिन अधिकांश कश्मीरियों का कहना है कि यह हत्या कश्मीर में रह रहे बाहरी लोगों को डराने के लिए की गई है.

सदमे में पड़ोसी
निश्चल के परिवार को संत्वना देने पहुंचे लोगों में सरायबाला में पड़ोसी रहे शाबिर अहमद ने बताया निश्चल और हमारे परिवार ने एकसाथ कई उत्सव मनाए. वहीं मौजूद उनके दूसरे पड़ोसी खालिद अहमद ने बताया हम निश्चल की हत्या से सदमे में हैं. हमारे उनके साथ पारिवारिक संबंध थे.

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