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हल्द्वानी: पुलिस को मिली बड़ी सफलता तमंचा बनाने फैक्ट्री का भांडाफोड़, उपकरणों सहित दो गिरफ्तार


 हल्द्वानी: पुलिस को मिली बड़ी सफलता तमंचा बनाने  फैक्ट्री का भांडाफोड़, उपकरणों सहित दो गिरफ्तार
 हल्द्वानी: पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने बरहैनी रेंज के जंगल में चल रही अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मौके से तमंचे व असलहे बनाने के उपकरण के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि एक आरोपित फरार हो गया। एसएसपी ने पुलिस टीम को पांच हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

मंगलवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि 28 फरवरी को कालाढूंगी पुलिस व वन विभाग की टीम ने बरहैनी रेंज के जंगल में अवैध शराब बनने की सूचना पर छापा मारने गई थी। जंगल में कांबिंग के दौरान तीन व्यक्ति तमंचे बनाते हुए दिखे। पुलिस ने दो को पकड़ लिया। तीसरा अंधेरे का फायदा उठाकर मौका से फरार हो गया। पकड़े गए आरोपितों ने अपना नाम खुशालपुर सकनिया गदरपुर निवासी गुरमीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह व अमरजीत सिंह पुत्र सतपाल सिंह बताया। फरार आरोपित इसी गांव का राजेंद्र उर्फ राजू पुत्र दर्शन सिंह है। आरोपितों की निशानदेही पर जंगल से एक अद्र्धनिर्मित तमंचा व तीन तमंचे 315 बोर बरामद हुए। आरोपितों ने बताया कि वह रोजी-रोटी के लिए जंगल में तंमचा बनाने की छोटी फैक्ट्री चलाते थे। तमंचा बनाने में जो सामान कम पड़ता था उसे रुद्रपुर व गदरपुर से खरीदकर लाते थे। तमंचा बनाने के बाद आसपास के क्षेत्र में सप्लाई होने थे।

तीन लोगों को सप्लाई हुए तमंचे

आरोपितों ने तमंचे बनाने का हुनर कुछ समय पहले ही उप्र से सीखा था। इसके बाद जंगल में अपना काम शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार आरोपितों को काम शुरू किए सात दिन ही हुए थे। अब तक वह तीन लोगों को तमंचे सप्लाई कर चुके हैं। आरोपित 315 बोर के तमंचे ही बनाते थे। पुलिस असलहे खरीदने वाले युवकों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।

माओवाद कनेक्शन को जोड़कर जांच कर रही पुलिस

जंगल में अवैध हथियार बनाने की बड़ी साजिश को पुलिस व वन विभाग ने नाकाम कर दिया। अब पुलिस जंगल में असलहे बनाने के पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच में माओवाद कनेक्शन को भी जोड़ा गया है। दरअसल, चोरगलिया जौलासाल जंगल में वर्ष 2004 व 2018 में असलहे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। 2014 में हंसपुर खत्ता में माओवाद को ट्रैनिंग भी दी जा रही थी। अब फिर असलहे मिलने से पुलिस कई कोण की जांच कर रही है।


जंगल से बरामद हुए उपकरण

14 रेती, एक ड्रील मशीन, तीन चिनटे, चार कमानी, चार लोहे की पत्ती, पांच लंबे सरिए, आठ छेनी, 11 गोल छेनी, आठ मोटी कीले तमंचे जोडऩे वाली, लोहे की जंग लगी 36 कीलें, 10 लोहे का फर्मा तमंचे की बाडी नापने वाला, 11 वट पेच तमंचे का वट जोडऩे वाले, एक लोहे का कटर, 12 प्लास, मोवलेल का तेल, 13 स्प्रीग तंमचे के लोड के उपयोग होने वाला, एक हथोड़ी, लोहा बांधने के तारे के गुच्छे, अलग-अलग साइज के पाइप, लकड़ी के चिरे हुए गुटके जो तमंचे की हत्था/वट बनाने के काम आती है, एक प्लेटिना बाइक।

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