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दुखद खबर: जंगली मशरूम खाने से पिता- व 13 साल की मासूम पुत्री की मौत, शोक में डुबा पुरा गाँव

दुखद खबर: जंगली मशरूम खाने से पिता- व 13 साल की मासूम पुत्री की मौत, शोक में डुबा पुरा गाँव
टिहरी ( प्रताप नगर) : ज्ञात हो कि बरसात के मौसम में पहाड़ के जंगलों में भारी मात्रा में  च्यूं ( जंगली मशरूम) जगह जगह उग आती है जिसे आसपास के गाँव के लोग अकसर लाकर खाते हैं, लेकिन हर साल कई ऐसी खबरें सुनने को मिलती हैं जब यह जंगली च्यूं जहरीला निकल आता है यहाँ तक की लोगों की जान तक ले लेता है।। ऐसा ही एक दुखद मामला सामने आया है टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के अंतर्गत आते खोलगढ गाँव में जहाँ यह जहरीला मशरूम एक बाप के साथ 13 साल की मासूम बेटी को भी निगल गया, मिल रही जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को गांव निवासी चमन सिंह जो पेशे से चालक बताए जा रहे हैं प्रतापनगर से अपने घर जाते समय जंगली मशरूम तोड़कर घर ले गए। उसी रात चमन सिंह और उनकी 13 साल की बेटी आशा ने मशरूम की सब्जी बनाकर खाई। रविवार सुबह पिता-पुत्री को उल्टी-दस्त होने लगे। हालत बिगड़ी तो दोनों को सीएचसी प्रतापनगर में एडमिट कराया गया  
वहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया, लेकिन सोमवार को उनकी हालत फिर बिगड़ गई।
जिसके बाद आशा को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां हालत में सुधार होने पर डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी थी। जबकि पिता इलाज के लिए देहरादून चला गया। बुधवार को आशा की तबीयत फिर खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। उधर शुक्रवार को चमन सिंह ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। आशा की मौत के बाद उसके पिता के निधन का समाचार मिलते ही गांव में मातम पसर गया। प्रतापनगर पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. कुलभूषण त्यागी ने बताया कि बीते रविवार को पिता-पुत्री ने उल्टी-दस्त होने की शिकायत की थी। इलाज के बाद दोनों की हालत में सुधार था, जिस पर उन्हें घर भेज दिया गया। उन्होंने जंगली मशरूम खाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। पिता-बेटी की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं घटना के बाद पुरा गाँव शोक में डुबा है.. 
यही नहीं तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी घटना पर शोक जताया। उन्होंने सरकार से पीड़ित के आश्रितों को आर्थिक मदद देने की मांग भी की है।

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