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हरिद्वार कुंभ कोरोना टेस्ट घोटाला: बचाव में आरोपी कंपनी पहुंची हाईकोर्ट, FIR निरस्त करने की मांग


हरिद्वार कुंभ कोरोना टेस्ट घोटाला: बचाव में आरोपी कंपनी पहुंची हाईकोर्ट, FIR निरस्त करने की मांग
नैनीताल. हरिद्वार कुंभ मेले में कोरोना जांच में हुए फर्जीवाड़े की आरोपी कंपनी मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज हाईकोर्ट पहुंच गई है. कोर्ट में दाखिल याचिका में गिरफ्तारी पर रोक और एफआईआर को निरस्त करने की मांग की गई है. कोरोना जांच फर्जीवाड़े में आरोपी कंपनी का कहना है कि 2 लैबों द्वारा जांच की गई है. सरकार के लोगों के सामने ये जांच हुई है. ऐसे में उन पर कार्रवाई करना ठीक नहीं है. 
ज्ञात हो कि इस बडे घोटाले से प्रदेश में हाहाकार मचने के बाद 17 जून को हरिद्वार सीएमओ द्वारा कोतवाली में मैक्स कॉरपोरेट, 2 लैब और डॉक्टर लाल चंदानी के खिलाफ आपदा एक्ट के साथ आपराधिक षडयंत्र, जालसाजी में मुकदमा दर्ज किया है जिसको अब कंपनी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है.

इस मसले पर हाईकोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा. वहीं मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के अधिवक्ता कार्तिकेय हरि गुप्ता ने कहा कि उनके क्लाइंट ने दो लैबों को काम दिया और सरकार के लोग टेस्ट स्थल पर मौजूद रहे हैं. ऐसे में मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज पर मुकदमा दर्ज करना गलत है.कोविड टैस्टिंग में गड़बड़ी का आरोप

क्या था मामला
दरअसल, हाईकोर्ट ने कुम्भ में कोरोना के 50 हजार टेस्ट रोजाना करने का आदेश दिया था. इसके बाद टेस्ट करने का ठेका मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज को दिया गया. कुम्भ समाप्त होने के बाद इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आए है. आरोप है कि मैक्स कॉरपोरेट कंपनी और लैबों ने कोरोना जांच में फर्जी एंट्री की है. अधिकांश एंट्री राज्य से बाहर की हैं. कई जांचों में एक ही नंबर का इस्तेमाल किया गया है.  आरोप ये भी है कि जिस कंपनी को जांच का ठेका दिया गया है वो सिर्फ कागजों में ही चल रही है.

फर्जी जांच पर राजनीति भी है तेज

कुम्भ के कोरोना जांच में फर्जीवाड़े पर सियासत भी तेज है.  मामला उजागर होने के बाद लगातार कांग्रेस इस मामले को उठा रही है और सरकार पर हमला कर रही है. 

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