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टिकैत के बयान के बाद खड़ी गेहूं की फसल पर किसानों ने ट्रैक्टर चलाकर सरकार को दी चेतावनी

टिकैत के बयान के बाद खड़ी गेहूं  की फसल पर किसानों ने ट्रैक्टर चलाकर सरकार को दी चेतावनी 
 
जींद : किसान नेता राकेश टिकैत के खड़ी फसल जलाने वाले बयान का हरियाणा के जींद में असर होना शुरु हो गया है। तीन कृषि कानूनों के विरोध में जींद के गुलकनी और राजपुरा गांव में कई किसानों ने अपनी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया, तो वहीं महिलाओं ने दरांती से गेहूं को काटा। किसानों ने कहा कि फसल जलाने से तो प्रदूषण होगा, इसलिए उन्होंने फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। 


उन्होंने कहा कि खुद के खाने लायक फसल को छोड़ बाकि पर ट्रैक्टर चला दिया है। किसानों ने कहा कि कहना कि कानून रद्द होने तक अगली फसल की बिजाई नहीं करेंगे। अब किसान सिर्फ अपने लिए ही सब्जी और अनाज उगाएगा। 

वहीं फसल पर ट्रैक्टर चलाए जाने के बारे में जींद में धरने पर बैठे किसान नेताओं से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर फसल ज्यादा बच जाती है तो मंडियों में बेचने की बजाय उसका स्टॉक किया जाएगा। अगर किसान स्टॉक करेगा और मंडियों में फसल नहीं बेचेगा तो सरकार को झुकना पड़ेगा और कानून रद्द करने पड़ेंगे।


बता दें कि बीते दिनों हिसार में एक किसान महापंचायत हुई थी, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी थी कि सरकार ये ना समझे कि किसान फसल काटने गांव वापस चले जाएंगे, जरूरत पड़ी तो किसान अपनी खड़ी फसल को आग के हवाले कर देंगे, जिसके बाद किसानों ने अपनी फसल बर्बाद करनी शुरू कर दी है।

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